मेरी बेटी मेरी बेटी
सब ही तो अनमोल है आज कल अमीर हैं हम भी इसी अहसास से। सब ही तो अनमोल है आज कल अमीर हैं हम भी इसी अहसास से।
बेटियां हैं तो "सृष्टि-सारी" हैं, यह जिम्मेदारी है-हम सब की सारी। बेटियां हैं तो "सृष्टि-सारी" हैं, यह जिम्मेदारी है-हम सब की सारी।
प्रेयसी न सही तुम्हारी पुजारन थी ऐसा ही जग को जताना चाहती हूँ। प्रेयसी न सही तुम्हारी पुजारन थी ऐसा ही जग को जताना चाहती हूँ।
पढ़ती बढ़ती शिखर छूती, हर इम्तिहान में सफल होती बेटियाँ। पढ़ती बढ़ती शिखर छूती, हर इम्तिहान में सफल होती बेटियाँ।
इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई बार होता का इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई ...